साथ–साथ चल।
अजमाइश बीन आज कोई भरोसा नहीं करता,
कहने को तो खुद कोई किसी से धोखा नहीं करता,
दिन की थी दोस्ती, मत छोड़ना अगर कभी रात भी हो जाए।
•• साथ–साथ चल ही रहे हैं, तो कुछ बात भी हो जाए।।
दर्द मेरे, खुशियों पर पहला हक तुम्हारा होगा, ...
कहने को तो खुद कोई किसी से धोखा नहीं करता,
दिन की थी दोस्ती, मत छोड़ना अगर कभी रात भी हो जाए।
•• साथ–साथ चल ही रहे हैं, तो कुछ बात भी हो जाए।।
दर्द मेरे, खुशियों पर पहला हक तुम्हारा होगा, ...