खुद भरम में है या हमें भरमा रहा?
जेठ की तपन को फाग समझ,
हर रेगिस्तान को बाग समझ,
तू चैन से चलता जा रहा,
खुद भरम में है या हमें भरमा रहा?
तपती दुपहरी की तांव देख,
जलते हुए अपने पाँव देख,
तू साँझ का लुत्फ़ जो उठा रहा,
खुद भरम में है या हमें भरमा रहा?
अमिया...
हर रेगिस्तान को बाग समझ,
तू चैन से चलता जा रहा,
खुद भरम में है या हमें भरमा रहा?
तपती दुपहरी की तांव देख,
जलते हुए अपने पाँव देख,
तू साँझ का लुत्फ़ जो उठा रहा,
खुद भरम में है या हमें भरमा रहा?
अमिया...