संघर्ष
विश्व पटल पर कैसी ये संकट की घडी आयी है ,
दुनिया में चारो ओर बस मची त्राहि - त्राहि है,
रंगमंच के नाटक जैसा ,
दुनिया दो हिस्सों बँट आयी है ,
सही - गलत से कुछ नहीं लेना देना ,
बस अपने अस्तित्व की लड़ाई है !!!
आती - जाती इन हवाओं में ,
बस नफरत ही बह के आयी है ,
सही - गलत...
दुनिया में चारो ओर बस मची त्राहि - त्राहि है,
रंगमंच के नाटक जैसा ,
दुनिया दो हिस्सों बँट आयी है ,
सही - गलत से कुछ नहीं लेना देना ,
बस अपने अस्तित्व की लड़ाई है !!!
आती - जाती इन हवाओं में ,
बस नफरत ही बह के आयी है ,
सही - गलत...