...

29 views

पतंग
मौसम को बुखार है,सर्दी वाला गुरुवार है,
खुशी बांटते रहो,संक्रांति का त्योहार है,
हर तरफ मौसम का अलग रूप,
कहीं घना कोहरा तो कहीं धूप,
बच्चो के चेहरों पर हंसी और मुस्कान,
पतंगों से सजी है हर एक दुकान,
महामारी में खुशियों से घर सजेगा,
कहीं पतंग कटेगी, कोई पतंग लूटेगा,
दुख कि बात है कि हर त्योहार हादसे लाता है,
पता नहीं किसके घर का दीप बुझेगा,
सब से दुआ है कि हंसी खुशी त्योहार मनाना,
बड़ो को समझाना और
बच्चो की नज़रों से दूर ना जाना,
कहीं ऐसा ना हो कि शरारत भारी पड़ जाए
और...
महामारी जैसा त्योहार बन जाए।
© SHASHI