शरीफजदा
ऐसे शरीफ़जदा का क्या है काम
जो शराफ़त के आड़ में होते बेकाम।
इसी पहनावे में खुद को छुपा लेते है ,
जब ज़रूर हो नेकी का हाथ लेना थाम।
ऐसे को हम कहते देश का गद्दार
वो जान माल लेकर जाता है भाग।
जब जरूरत हो उसकी राजनीतिक में
बीवी बच्चे के सुख के बस रहते ख़्याल।
कायर होते है वो जो इज्ज़त के नाम से
किसी लड़की के लिए अर्ध रात न दौड़े।
मै कहूं ये आवारा मवाली दिल के सच्चे
हाज़िर हो जाते काम करते दोस्त के घर भी।
© Sunita barnwal
जो शराफ़त के आड़ में होते बेकाम।
इसी पहनावे में खुद को छुपा लेते है ,
जब ज़रूर हो नेकी का हाथ लेना थाम।
ऐसे को हम कहते देश का गद्दार
वो जान माल लेकर जाता है भाग।
जब जरूरत हो उसकी राजनीतिक में
बीवी बच्चे के सुख के बस रहते ख़्याल।
कायर होते है वो जो इज्ज़त के नाम से
किसी लड़की के लिए अर्ध रात न दौड़े।
मै कहूं ये आवारा मवाली दिल के सच्चे
हाज़िर हो जाते काम करते दोस्त के घर भी।
© Sunita barnwal
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