मेरा मीत कृष्ण
श्रीकृष्ण जैसा जिन्हें मित्र मिला, उनको ना दुनिया प्यारी है।
सारी जगत् एक ओर, दूसरी तरफ मेरा मित्र बलिहारी है।।
नव पथ दिलाकर उसने, मेरी कमजोरियों को दूर भगाया है,
दूर होकर भी उसने, मेरे मन को मजबूत बनाया है।...
सारी जगत् एक ओर, दूसरी तरफ मेरा मित्र बलिहारी है।।
नव पथ दिलाकर उसने, मेरी कमजोरियों को दूर भगाया है,
दूर होकर भी उसने, मेरे मन को मजबूत बनाया है।...