फूलों की तरह खिलना!
फूलों की तरह खिलना,
अपनों की तरह मिलना,
बनके मेरा हमसफर...
तू साथ मेरे चलना।
हर दर्द मे आकर के,
सर कांधे पे मेरे रखना!
तन्हाई सताये जब...
तू बात मुझे करना।
जाना हो तुझे...
अपनों की तरह मिलना,
बनके मेरा हमसफर...
तू साथ मेरे चलना।
हर दर्द मे आकर के,
सर कांधे पे मेरे रखना!
तन्हाई सताये जब...
तू बात मुझे करना।
जाना हो तुझे...