अरमान लिखना है ”
बड़े दिनों बाद फिर कलम उठाई,आज बड़े दिनों बाद फिर अल्फ़ाज़ लिखना है ,
जहन में दफ़्न उठते,दबते,गुज़रे,लम्हों का सार लिखना है ,
किसी को दुश्मन ,फिर किसी को सच्चा यार लिखना है ,
हर बार की तरह कुछ ही लब्ज़ो में सारा जहांन लिखना है ,...
जहन में दफ़्न उठते,दबते,गुज़रे,लम्हों का सार लिखना है ,
किसी को दुश्मन ,फिर किसी को सच्चा यार लिखना है ,
हर बार की तरह कुछ ही लब्ज़ो में सारा जहांन लिखना है ,...