नूर मेरी आँखों का, बिखरे-बिखरे बोल
मैंने तुम्हें पाने की हर कोशिश की,
पर में नाकाम रहा,
जब वक़्त ने मिलने का मौका दिया,
तब तक मैंने भूला दिया तुमको,
मुझे इंतजार करने की आदत थीं तुम्हारी,
वक़्त ने मुझसे वो भी छीन लिया,
क्या ख़ता थी मेरे इश्क़ में,
जो तुमने वक़्त के...
पर में नाकाम रहा,
जब वक़्त ने मिलने का मौका दिया,
तब तक मैंने भूला दिया तुमको,
मुझे इंतजार करने की आदत थीं तुम्हारी,
वक़्त ने मुझसे वो भी छीन लिया,
क्या ख़ता थी मेरे इश्क़ में,
जो तुमने वक़्त के...