...

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Kaash!!🌿
काश मैं जो कह पाती
आवाज़ें मुझे तड़पाती
जाने क्यूं है पास बुलाती
जाने क्या क्या करवाती
किस्से पूछूं यह सब बाते
लगते दुश्मन लोग यहां पर
मैं जीती हूं पल पल डर कर
लोग मुझे क्यूं देखते हैं ऐसे
स्नेह करे न कोई पल भर
कितना तड़प तड़प के जीती
काश!!यह बात किसी को कह पाती
कभी आवाज़ों से भी लड़ती
कभी भ्रमों में फसती जाती
क्यूं मुझको है लोग डराते
जब भी मैं समझाने जाती
डरते डरते कह जो पाती
लोगों को न रास वो आता
रोते रोते मैं रह जाती
लड़ती रहती खुद से हर पल
मुझको तो अब नींद भी नहीं आती
किस से कहूं मैं समझ न पाती
काश !!
कोई मुझे समझ जो पाता!!

#writcopoem
#loneliness is big disaster...
#being not controled is vry dangerous
लोग इस्तमाल करते हैं नमक की तरह,
आसूओं का नमकीन होना गुनाह है
दुश्मनी हो जाती हैं मुफ्त में सैकड़ों से
इंसान का बेहतरीन होना गुनाह है!!
#some small words hurts a lot..
#🌿💚!?...

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