उत्तर की प्रतीक्षा में निकल गया...........✍🏻
वक़्त के इम्तिहानों में हर इक प्रश्न ढल गया
ख़ामोशी से उत्तर की प्रतीक्षा में निकल गया
ज़िंदगी के इस सफ़र पे भीड़ - भाड़ बहुत है
मैं ना जाने कब लड़खड़ाता हुआ सँभल गया
प्रश्नों की उत्तर अक्सर प्रश्नों में ही कहीं रहते है
आधें अधूरे शब्दों के मतलब के साथ हर-पल गया
तमाम उलझनों की कश्मोकश मन में बहुत है
सुलझनों की प्रतीक्षा में ये वक़्त भी मचल गया
कुछ इस तरह...
ख़ामोशी से उत्तर की प्रतीक्षा में निकल गया
ज़िंदगी के इस सफ़र पे भीड़ - भाड़ बहुत है
मैं ना जाने कब लड़खड़ाता हुआ सँभल गया
प्रश्नों की उत्तर अक्सर प्रश्नों में ही कहीं रहते है
आधें अधूरे शब्दों के मतलब के साथ हर-पल गया
तमाम उलझनों की कश्मोकश मन में बहुत है
सुलझनों की प्रतीक्षा में ये वक़्त भी मचल गया
कुछ इस तरह...