स्मृतियों की दुनिया
#स्मृति_कविता
वो पल जो बीते, यादों की गठरी में,
जैसे चांदनी रात हो, मन के आंगन में।
बचपन की वो कहानियाँ, सखाओं के संग,
माँ की लोरी, पिता की छांव, वो प्यारा संग।
स्कूल की वो कक्षाएं, मास्टर जी का डर,
खेल के...
वो पल जो बीते, यादों की गठरी में,
जैसे चांदनी रात हो, मन के आंगन में।
बचपन की वो कहानियाँ, सखाओं के संग,
माँ की लोरी, पिता की छांव, वो प्यारा संग।
स्कूल की वो कक्षाएं, मास्टर जी का डर,
खेल के...