...

11 views

वोह


वो कुछ कहती नहीं, पर हमेशा से सहती रही
वो हमेशा हसती रही, पर खुद से जंग में हमेशा फसती रही
वो रहती शांत है, पर मन में हमेशा रहता है भूचाल है
वो जताती नहीं, तो सबको लगता है वो जानती नहीं
वो टूटी है, तो बोलती नहीं
वो रोती है तो सोती नहीं
दिन के उजाले में कभी किसी से कुछ कहती नही
पर वो भी एक जान है, इस छोटी सी उमर में
खामोशी की गिरफ्त में एक ऐसी लड़की,
जो शयद खुलना चाहती है है, सबसे सब कहना चाहती है
अरसो से खुल के हंसी नहीं, अब इस झूठी मुस्कान से निकलना चाहती है
जी भर के, दिल खोल के, पहले की तरह खुश रहना चाहता

पर

उसे कोई तो समझो, कोई तो जानो
इस दुनिया में उसे, कोई तो अपना मानो
दुनिया की इस दौड़ में पिछली हुई इस लड़की को
कोई तो हाथ देकर आगे बुलाओ

पर

लोगो को तो पता ही नहीं कि वो ऐसी क्यों हो गई
कहने को तो खानदान का हर शक्श खुश करने की कोशिश में लगा रहता उसे
पर सच में खुल के जिए अरसे हो गए हैं।।

अरसे हो गए हैं...💔

© All Rights Reserved