उस रोज़
खूब नहाया था उस रोज़
सैलाब आया था उस रोज़..........!
था सब कुछ धुआँ धुआँ
इक दर्द समाया था उस रोज़......!
डूब गई थीं...
सैलाब आया था उस रोज़..........!
था सब कुछ धुआँ धुआँ
इक दर्द समाया था उस रोज़......!
डूब गई थीं...