अंत:मन
हृदय में बेशुमार मुहब्बत
जुबां पे आने से थिरकता
कतरा-कतरा ही सही
नैनों से है आंसु बरसता
निश्छल मन
अपार...
जुबां पे आने से थिरकता
कतरा-कतरा ही सही
नैनों से है आंसु बरसता
निश्छल मन
अपार...