दोष दें हम किसको?
जिन्दगी है बस एक,
लहरों का ज्वार भाटा।
कभी आता जीवन में चढ़ाव
तो कभी जीवन में उतार आता।
सवाल करें हम किससे,
जब स्वप्न तो,
खुद हमने ही देखे थे।...
लहरों का ज्वार भाटा।
कभी आता जीवन में चढ़ाव
तो कभी जीवन में उतार आता।
सवाल करें हम किससे,
जब स्वप्न तो,
खुद हमने ही देखे थे।...