दोस्ती
दोस्ती नहीं पहली आस हो तुम रिस्तो में नहीं विश्वास हो तुम
प्यार भरे दिन की शुरुआत हो तुम
ज़िन्दगी इतिहास फिर नही दोहराती
हर पल हर मोड़ पर है दोस्तों की याद आती
ज़िन्दगी दोस्ती के लम्हो में है गुम हो जाती
उन लम्हो को सोच कर हमारी आँखे हैं नम हो जाती
ज़िन्दगी के सारे गम क्यों बाँट लेते हैं दोस्त
क्यों ज़िन्दगी में साथ देते हैं दोस्त
रिश्ता तो सिर्फ उनसे दिल का होता है जी
फिर भी क्यों हमे अपना मान लेते हैं दोस्त