...

5 views

लड़के रोते नहीं!
खयालों में खो रहा था।
तभी अंदर से एक आवाज़ आती है,
कि लड़के रोते नहीं!
इतने कमजोर वो होते नहीं।

ओह!
मैंने सोचा ,
लोग ऐसा क्यूं कहते हैं कि -
"लड़के रोते नहीं"
क्या वो जिम्मेदारियां ढोते नहीं?
या उनमें इमोशंस होते ही नहीं ?
ऐसा क्या है जो लड़के रोते नहीं ।

क्या बिन सपनों के वो रहते नहीं?
या पिता की डांट वो सहते नहीं?
कभी गौर किया है आपने उनको?
अगर हां! तो जानेंगे।
कि दुख तो बहुत है,
पर वो कभी कहते नहीं।
और फिर भी ये समाज कहता है कि,
लड़के रोते नहीं।2।
मां- बाप के सपनों के खातिर वो सोते नहीं।
खुद को उपहार देने के पैसे होते नहीं ।
और इन बातो को सोचकर जब वो रोता है,
तोे ये समाज कहता है -
की लड़के रोते नहीं।2।
हम रोएं तो हस्कर कहोगे -
Awwwww
लड़का होकर रो रहा है ।
अरे मै कहता हूं कि,
मै रोऊं या हसुं।
तुमको क्या हो रहा है !
क्या हमें रोने के लिए किसी की परमिशन चाहिए?
या सरकारी दफ्तर में दस्तावेजों का सबमिशन
चाहिए ।।
हमारे रोने पर हसने वाले ए लोगो,
तुम्हे बस हमें समझने का एक बेहतर विजन चाहिए।2।
हम भी बिल्कुल तुम्हारे जैसे होते हैं।
और अगली याद रखना
की लड़के भी रोते हैं ।।
© suthar rs