गौरा की प्रतीक्षा
#प्रतिक्षा#प्रेम#साहित्य#हिंदी
स्थिर तन चंचल मन,
अडिग प्रतिक्षा की लगन;
शम्भू जैसे पाने को गौरा संग,
हम फिर चलते ही जायेंगे
नयनों को तनिक न...
स्थिर तन चंचल मन,
अडिग प्रतिक्षा की लगन;
शम्भू जैसे पाने को गौरा संग,
हम फिर चलते ही जायेंगे
नयनों को तनिक न...