सिर्फ़ तुम
मोहब्बत जो कभी मुझसे बेहद थी
वो कहीं खो सी रही है
लोग कहते हैं आदत बदलती नहीं है
देख रही हूं आदत भी तुम्हारी बदल रही है
हर रोज़ बात तो होती है
मगर बात कहां पहले जैसे हो रही है
चमक जाती थी जो आंखे मेरे होने...
वो कहीं खो सी रही है
लोग कहते हैं आदत बदलती नहीं है
देख रही हूं आदत भी तुम्हारी बदल रही है
हर रोज़ बात तो होती है
मगर बात कहां पहले जैसे हो रही है
चमक जाती थी जो आंखे मेरे होने...