औरत की कहानी
टूटे हुए सपनों की कीमत क्या लगाऊँ मैं
अब क्या चीर कर दिल अपना दिखाऊँ मैं
मेरे हालात तुम्हें कभी समझ ना आए है
अब क्या चीख - चिल्ला कर बताऊँ मैं
ताउम्र करती रही तुम और परिवार की
सेवा तवे...
अब क्या चीर कर दिल अपना दिखाऊँ मैं
मेरे हालात तुम्हें कभी समझ ना आए है
अब क्या चीख - चिल्ला कर बताऊँ मैं
ताउम्र करती रही तुम और परिवार की
सेवा तवे...