...

13 views

तुमसे ही सबकुछ है ..
तुम मानवता की मूरत हो, ममता का आदर्श हो तुम।
हैं प्यार सभी तुमसे पाते, न भूलें वो सूरत हो तुम।

तुमसे ही तो हम हैं मां, तुम जीवन का आधार हो।
तुमसे ही घर_बार है चलता, तुम सबकी पालनहार हो।

तुझसे जीवन की हर खुशिया, बिन तेरे सब बेकार है।
चाहत तो बस तेरी है मां, तुझसे ही तो संसार है।

क्या लिखें तेरे बारे हम, तेरी ममता का कोई मोल नहीं।
नाते-रिश्ते तो कई हैं मां, पर तुमसा कोई अनमोल नहीं।


© Jaya Tripathi