मुझे कहीं दूर चले जाना है
कहीं गुम हो जाना है मुझे,
जहां वज़ूद सिर्फ मेरा हो,
कहीं दूर जहां मेरी सच्चाई हो,
इस झूठी मुस्कान के पीछे,
दबी है चीख इक अर्से से,
आँखें थक चुकी उठाते हुए बोझ आंसूओं का,
वो ख़ामोश...
जहां वज़ूद सिर्फ मेरा हो,
कहीं दूर जहां मेरी सच्चाई हो,
इस झूठी मुस्कान के पीछे,
दबी है चीख इक अर्से से,
आँखें थक चुकी उठाते हुए बोझ आंसूओं का,
वो ख़ामोश...