सद्गुण संपन्न पत्नी के लिए प्रेम उपहार
प्रिय पत्नी जी_
तुम आई जो करके सोलह सिंगार,
दिल को छू जाता यूं निभाना प्यार।
तुमसे जुड़ी सांसों की डोर, क्योंकि,
तुम मना रही करवाचौथ का त्यौहार,
सुना सुना रहता जीवन तुम्हारे बिन,
शायद ना कटती राते ना गुजरते दिन,
तुम्हारे बिना जीवन रहता अधूरा सा,
ना...
तुम आई जो करके सोलह सिंगार,
दिल को छू जाता यूं निभाना प्यार।
तुमसे जुड़ी सांसों की डोर, क्योंकि,
तुम मना रही करवाचौथ का त्यौहार,
सुना सुना रहता जीवन तुम्हारे बिन,
शायद ना कटती राते ना गुजरते दिन,
तुम्हारे बिना जीवन रहता अधूरा सा,
ना...