तैयार हूँ मैं
तुझे उजाले का दामन मिले,तो अंधेरे में रहने को तैयार हूँ मैं
तू मुस्कुराहटों का भौंरा बन मुस्कान चुने,तो आंसुओं को अपनी आँखों में सजाने को तैयार हूँ मैं
तू खुशियों के बगीचे का माली बने,तो हर दर्द को अपनाने को तैयार हूँ मैं
तू खुलकर दिल से बोलता...
तू मुस्कुराहटों का भौंरा बन मुस्कान चुने,तो आंसुओं को अपनी आँखों में सजाने को तैयार हूँ मैं
तू खुशियों के बगीचे का माली बने,तो हर दर्द को अपनाने को तैयार हूँ मैं
तू खुलकर दिल से बोलता...