✨नववर्ष ✨
आज नये साल ने दस्तक दी है..
उससे कुछ मुलाकात करनी है..
मिले हुए गम, मिले हुए जख्मों को समेटना है..
पायी हुई खुशियों को बाँटना है..
बस जमाने भर को यूँ ही मुबारकबाद देना है..
साल दर साल यूँ ही निकलता जा रहा है..
बस हर लम्हा जीना बाकी होता है..
गुजरे हुए वर्ष का शोक कर रहे हैं..
तो नये वर्ष का आग़ाज कर रहे हैं..
हम ठहरे एकलौते खामोश परिंदे..
जो जमाने भर को...
उससे कुछ मुलाकात करनी है..
मिले हुए गम, मिले हुए जख्मों को समेटना है..
पायी हुई खुशियों को बाँटना है..
बस जमाने भर को यूँ ही मुबारकबाद देना है..
साल दर साल यूँ ही निकलता जा रहा है..
बस हर लम्हा जीना बाकी होता है..
गुजरे हुए वर्ष का शोक कर रहे हैं..
तो नये वर्ष का आग़ाज कर रहे हैं..
हम ठहरे एकलौते खामोश परिंदे..
जो जमाने भर को...