था सजदे में वक़्त भी ठहरा सा
भीगे हम-तुम कुछ ऐसे थे
थी,हया की बारिश सेहरा सा।
तरबतर हसरतों की जुम्बिश
कोरे मन...
थी,हया की बारिश सेहरा सा।
तरबतर हसरतों की जुम्बिश
कोरे मन...