ये रास्ते
आज इस रास्ते से नफ़रत सी हो रही है,
कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है,
इतनी गरीबी इतनी बेबसी,
कहीं कड़ी धूप में गुब्बारे बेचता हुआ यूवक ,
कहीं टूटे हुए घर ,
कहीं दुर्घटना से पीड़ित गाड़ी,
कहीं एक छोटे से टेंपो में जाती हुई 5-6 भैंसे,
कहीं एक ऑटो...
कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है,
इतनी गरीबी इतनी बेबसी,
कहीं कड़ी धूप में गुब्बारे बेचता हुआ यूवक ,
कहीं टूटे हुए घर ,
कहीं दुर्घटना से पीड़ित गाड़ी,
कहीं एक छोटे से टेंपो में जाती हुई 5-6 भैंसे,
कहीं एक ऑटो...