...

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बेलन
#Abhishek maurya(this poem is only for entertainment please read and enjoy)
गतिशील चंचल मन भावविभोर हो गया 😔
प्रेम सप्रेम मिला मुझको बस यही शोर हो गया 😲
चेत अचेत पड़ा में जाने वह पुलिस में चोर होगया
वर्षा ऋतु हुआ जमाना जैसे वह मोरनी मै मोर हो गया 🤗

वो मुझसे मिलने आई थी चर्चा ये चारो ओर हो गया
हम दोनों के अरमानों को एक लहर का झोंका धो गया 😂😂😂
जो नहीं होना था उस पल जाने कैसे वो ही हो गया 🤦
सोचा था एक लम्हा जिसको कमबख्त वो ही जीवन का डोर हो गया 🙆

जीवनसंगिनी अगले दिन में मेरे घर में आई
दूंगी हरदम साथ आपका वचन दे मुस्काई ☺️
मै तुमको न रोकूंगा जो मन में आये करना
बस अपने बेलन से मुझको जाना दूर ही हरदम रखना 🤕🤕🙏🙏

© Abhishek maurya