क्या याद हु मैं अब भी तुम्हें ❤️
तेरे साथ बिताए वो हर दिन
आज भी याद करती हु
हर रोज तुम्हारा फिर से
इंतजार करती हु
हर रोज मंदिर में जाकर
तुम्हे मांगा करती हु
बेशक दूरियां हो गई
पर प्यार अब भी मै तुम्हे तुमसे ज्यादा करती हु
तुम मेरी जिंदगी के एक अलग ही कहानी हो
बेशक तुम्हारे लिए एक बंद पड़ी किताब हु मैं
सच सच बताना क्या अब भी तुम्हें याद हु मैं
तेरी पसंद ना पसंद सब याद है मुझे
अब भी एक ही ख्वाहिश है रहना तेरे...
आज भी याद करती हु
हर रोज तुम्हारा फिर से
इंतजार करती हु
हर रोज मंदिर में जाकर
तुम्हे मांगा करती हु
बेशक दूरियां हो गई
पर प्यार अब भी मै तुम्हे तुमसे ज्यादा करती हु
तुम मेरी जिंदगी के एक अलग ही कहानी हो
बेशक तुम्हारे लिए एक बंद पड़ी किताब हु मैं
सच सच बताना क्या अब भी तुम्हें याद हु मैं
तेरी पसंद ना पसंद सब याद है मुझे
अब भी एक ही ख्वाहिश है रहना तेरे...