अदृश्य भाव
#Invisible हम सबके पास भाव तल है
जिसमें तकरीबन एक दिन में 65 ,000 भाव उठते ही रहते हैं
हैं ये भाव इतने मजबूत अपना हर असर बख़ूबी रखते हैं
अगर इन्हें ढूँढने कोई निकले ,ये अदृश्य ही रहते हैं
फिर भी हर मानव की गाथा यही रचते हैं
उठा जो भावों का तूफ़ान कोई इसे समझ नहीं पता है
हर मानव जीवन इस चक्रव्यूह में फंसता चला जाता है
कभी ये इतना मायूस बना...
जिसमें तकरीबन एक दिन में 65 ,000 भाव उठते ही रहते हैं
हैं ये भाव इतने मजबूत अपना हर असर बख़ूबी रखते हैं
अगर इन्हें ढूँढने कोई निकले ,ये अदृश्य ही रहते हैं
फिर भी हर मानव की गाथा यही रचते हैं
उठा जो भावों का तूफ़ान कोई इसे समझ नहीं पता है
हर मानव जीवन इस चक्रव्यूह में फंसता चला जाता है
कभी ये इतना मायूस बना...