मैं भी कुछ हूँ।
"तू कुछ नही है"
लोग यही कह
अक्सर ही
औकात बताते हैं मेरी
वे गलत हैं
पूरा नही
पर थोड़ा जरूर
मैं पढ़ा लिखा हूँ
(उन लोगों से तो कहीं ज्यादा)
पर पास मेरे
कोई बड़ा रोजगार नही है
वे इसीलिए सोचते हैं
कि मैं बेकार हूँ
हाँ, अभी मेरी कोई इज्जत नही
पूरा अरसा बीतने को है
जब तारीफ सुना था
और आज कल तो
छोटी-मोटी बातों पर भी
सौ बात सुन रहा हूँ
वे समझ...
लोग यही कह
अक्सर ही
औकात बताते हैं मेरी
वे गलत हैं
पूरा नही
पर थोड़ा जरूर
मैं पढ़ा लिखा हूँ
(उन लोगों से तो कहीं ज्यादा)
पर पास मेरे
कोई बड़ा रोजगार नही है
वे इसीलिए सोचते हैं
कि मैं बेकार हूँ
हाँ, अभी मेरी कोई इज्जत नही
पूरा अरसा बीतने को है
जब तारीफ सुना था
और आज कल तो
छोटी-मोटी बातों पर भी
सौ बात सुन रहा हूँ
वे समझ...