...

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मां


मां, खुशियों की बहार है तुमसे
खुले जन्नत का दरबार है तुमसे
ममता का आंचल जब तू लहराए
मिले सुखों का अंबार फिर तुमसे।

करुणा,दयालुता की मूरत हो तुम
सच में भगवान की सूरत हो तुम
अपनों की अहम ज़रूरत हो तुम
हां,ख़ुद ही ख़ुद की पूरक हो तुम।

तेरे...